दिल की गहरी तकलीफ़
यह हमेशा उभरता है जैसे एक भारी जंगल. उस दर्द के बंधन में हम अटक जाते हैं . आत्मा बेचैन रहता है, हर पल एक नई तकलीफ़ लाता है. हर पल में है दुख
यह हमेशा उभरता है जैसे एक भारी जंगल. उस दर्द के बंधन में हम अटक जाते हैं . आत्मा बेचैन रहता है, हर पल एक नई तकलीफ़ लाता है. हर पल में है दुख